नवोन्मेषी एवं अनुप्रयुक्त जैव - प्रसंस्करण केंद्र (सीo आईo ऐo बीo) आपका स्वागत है
नवोन्मेषी एवं अनुप्रयुक्त जैव - प्रसंस्करण केंद्र (सीo आईo ऐo बीo), पूर्व में जैव प्रसंस्करण केन्द्र (बी.पी.यू), भारत सरकार की जैव प्रौद्योगिकी विभाग के
अंतर्गत एक राष्ट्रीय संस्थान है तथा यह सी. आई. ए. बी, आई. आई. एस. ई. आर, आई. एन. एस. टी,
आई. एस. बी, पी.बी.टी.आई, बी.टी.पी के सम्मिलित संस्थानों के ज्ञान शहर समूह का एक सदस्य संस्थान है।
प्रयोगशाला स्तर पर प्राप्त अनुसंधान एवं विकास के अवसर, विधियों एवं तकनीकों तथा संभाव्य रूपांतरित उत्पादों के प्रसार, मूल्य एवं क्षमता के बीच उत्तरोतर अंतर एक समसामयिक ढंग से होता है । पुनः नवीन सोच एवं विचारो से नए उत्पादों के
उपयोगों अथवा अनुपयोग के नए द्वार के स्रजित या उत्प्रेरित कर सकता है ।
यदपि, इस समय एक ऐसे अबिलिम्ब उद्देश्य की आवश्यकता है । जो इन अवसरों अथवा बढ़त को संभाव्य तथ्यात्मक अनुप्रयोगों को ओर प्रक्षेपित,
अनुसन्धानित एवं अनुकरण कर सकें, जिसे एक संस्थागत तरीकों से उत्पन्न किया जा सके ।
इस परिप्रेक्ष्य में जैव प्रौद्योगिकी विभाग (भारत सरकार) इस नए राष्ट्रीय संस्थान, नवोन्मेषी एवं अनुप्रयुक्त जैव – प्रसंस्करण केन्द्र (सी. आई. ए. बी),
पूर्व में जैव प्रसंस्करण केन्द्र (बी.पी.यू), के माध्यम से मूल्य वर्धित उत्पादों के लिए एक 'माध्यमिक कृषि पहल (साई-वी.ए.पी)’ के रूप में कृषि उपज या
जैव उत्पादन के विभिन्न पहलुओं के इस मिशन को लेने के लिए परकल्पित है।
तदनुसार, सी. आई. ए. बी को एक व्यापक दृष्टि के साथ, “उनके उत्पादक प्रसंस्करण और मूल्य के लिए खाद्य और गैर खाद्य उपयोगों के लिए योगशील, प्राथमिक और माध्यमिक कृषि जैव उत्पादों के अनुसंधान और नवाचार संगठन परीक्षण और अनुवाद के रचना ज्ञान और जैव संसाधनों की बढ़त की ओर ले जाता हो” स्थापित किया जा रहा है ।